Baidyanath Dashmularishta ke fayde - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे

Baidyanath Dashmularishta ke fayde - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे

Baidyanath Dashmularishta ke fayde - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे : बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट एक आयुर्वेदिक काढ़ा है जिसका इस्तेमाल कई सारी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है लेकिन इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से महिलाओं में होने वाली बीमारियों को ठीक करने के लिए करते हैं। बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट (Dashmularishta Syrup) को किसी भी मेडिकल स्टोर या आयुर्वेदिक भंडार से बिना चिकित्सक की पर्ची के लिया जा सकता है। इस काढ़े का निर्माण कई सारी आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनियां करती हैं। महिलाओं में होने वाले रोगों के लिए यह एक उत्तम दवा है।

Baidyanath Dashmularishta ke fayde
Baidyanath Dashmularishta ke fayde


Baidyanath Dashmularishta Ingredients In Hindi  - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के घटक :-

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट को बनाने के लिए कई सारी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है।

🔹 शालिपर्णी 🔹 पृश्नपर्णी 🔹 बड़ी कटेली
🔹 छोटी कटेली 🔹 गोखरू 🔹 बेल
🔹 गंभीरी 🔹 सोनापाठा 🔹 पाटला
🔹 अरणी 🔹 चित्रकमूल 🔹 पुष्करमूल
🔹 गिलोय 🔹 शोध्र 🔹 आँवला
🔹 जवासा 🔹 खैर की छाल 🔹 विजयसार
🔹 हर्रे 🔹 कुठ 🔹 मंजीठ
🔹 देवदारु 🔹 वायविडंग 🔹 मुलेठी
🔹 भारंगी 🔹 कैथ का गूदा 🔹 बहेड़ा
🔹 पुनर्नवा 🔹 चव्य 🔹 जटामांसी
🔹 फूलप्रियंगु 🔹 सारिवा 🔹 काला जीरा
🔹 निशोध 🔹 रेणुका 🔹 रास्ना
🔹 पीपल 🔹 सुपारी 🔹 कचूर
🔹 हल्दी 🔹 सोया 🔹 पद्माख
🔹 नागकेशर 🔹 नागरमोथा 🔹 इंद्रजौ
🔹 काकड़सिंगी 🔹 जीवक 🔹 ऋद्धि-वृषभक
🔹 मेदा 🔹 महमेदा 🔹 काकोली
🔹 क्षीर ककोली 🔹 ऋद्धि वृद्धि 🔹 मुनक्का
🔹 शहद या गुड़ 🔹 धाय का फूल 🔹 कंकोल
🔹 सुगंध बाला 🔹 सफेद चंदन 🔹 जायफल
🔹 लौंग 🔹 दालचीनी 🔹 बड़ी इलायची
🔹 तेजपात 🔹 कस्तूरी माशा

Baidyanath Dashmularishta Benefits In Hindi - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे :-

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट में कई सारी महत्वपूर्ण औषधियाँ मिलाई गई हैं अतः इसके अंदर कई सारे रोगों को नष्ट करने के गुण उपलब्ध हैं। जिनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं। 

🔹 प्रसूता स्त्रियों में बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे :- प्रसूता स्त्रियों को प्रसूता-गृह में या उससे बाहर निकलने के बाद अपच, खाँसी, बुखार,आदि बीमारियाँ होने लगती हैं। ये सब बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट (Dashmularishta Syrup) के उपयोग से ठीक हो जाती हैं। रक्तस्राव के कारण आयी हुई कमजोरी और निर्बलता इससे दूर हो जाती है। यदि बच्चा पैदा होने के बाद कुछ दिनों तक प्रसूता को इसका सेवन कराया जाए तो प्रसूता को किसी तरह की तकलीफ नहीं होती है। 

🔹 बाँझपन में बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे :- जिन स्त्रियों को गर्भ धारण करने में परेशानी हो रही हो या गर्भपात की शिकायत हो, उनके लिए बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट बहुत गुणकारी है क्योंकी इसमे जीवन-शक्ती बढ़ाने एवं शरीर को पुष्ट करने वाली आनेक दवाइयों का सम्मिश्रण होने से यह गर्भाशय की कमजोरी को दूर कर सन्तान उत्पन्न करने की शक्ति प्रदान करता है।

🔹 पीरियड्स के लिए बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे :- स्त्रियों में होने वाले अन्य रोग जैसे - श्वेतप्रदर (लिकोरिया), गर्भाशय रोग, पीरियड के समय होने वाली तकलीफ, कमजोरी आदि में बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट एक उत्तम औषधि है। 

🔹 खाँसी में बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे :- खाँसी जब अधिक आती है तो रोगी खाँसते-खाँसते बेचैन हो जाता, पेट की नसें दुखने लगती, मुँह की नसें फूल जाती, आँखे लाल हो जाती है। अगर रोगी कमजोर हो तो वो बेहोश भी हो जाता है। यह दौरा लगभग 10 से 15 मिनट तक रहता है कुछ कफ निकल जाने के बाद थोड़ा आराम मिलता है। ऐसी हालत में बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट (Dashmularishta Syrup) थोड़ी-थोड़ी मात्रा पानी में मिलाकर दिनभर में 3-4 बार देते रहने से बहुत लाभ होता है, क्योंकी बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट प्रकुपित वायु को शांत कर कफ को ढीला करके बाहर निकलता है और श्वास नली को साफ करता है जिससे खाँसी रुक जाती है और रोगी को आराम मिलता है। 

🔹 बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट पुरुषों के लिए :- पुरुषों में होने वाले रोग जैसे- धातु रोग, पेशाब में जलन, वीर्य की कमी आदि को बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट दूर करता है। 

🔹 अन्य रोगों में बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के फायदे :- अन्य रोग जैसे- बवासीर, उदररोग, प्रमेह, खाने मे अरुचि, पीलिया रोग, वात रोग, कुष्ठ, भगन्दर, पेशाब में जलन, एसिडिटी, अपच, वमन आदि रोगों में भी बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट बहुत लाभकारी है। 

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Baidyanath Dashmularishta uses - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट पीने के लाभ :-

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट का सेवन उचित मात्रा में करते रहने से धातुक्षय, खाँसी, श्वास रोग, बवासीर, उदररोग, प्रमेह, अरुचि, पीलिया, वात रोग, वमन, कुष्ठ, भगन्दर, पेशाब में जलन, एसिडिटी, प्रसूत रोग, गर्भाशय रोग, अपच, श्वेतप्रदर, आदि रोग नष्ट हो जाते हैं। 

Baidyanath  Dashmularishta Dosage In Hindi - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट का सेवन विधि :-

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट को 10-15 मिली. गुनगुने पानी में बराबर मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम खाना खाने के बाद पीना चाहिए। या फिर अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार इसका सेवन करना चाहिए।

Side Effects of Baidyanath  Dashmularishta In Hindi - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट के नुकसान :-

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट से होने वाले किसी भी तरह के नुकसान के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आयी है फिर भी इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट को कहाँ से खरीदें ? - बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट की कीमत कितनी है? - Dashmularishta Price :-

बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट को किसी भी मेडिकल स्टोर और आयुर्वेदिक भंडार से बिना चिकित्सक की पर्ची के ले सकते हैं। अनलाइन दवा मंगाने या फिर प्राइस (Dashmularishta Price) जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। 

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सवाल-जवाब

सवाल- बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट पीने से क्या लाभ (Dashmularishta Benefits) होता है?

जवाब- बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट का सेवन उचित मात्रा में करते रहने से धातुक्षय, खाँसी, श्वास रोग, बवासीर, उदररोग, प्रमेह, अरुचि, पीलिया, वात रोग, वमन, कुष्ठ, भगन्दर, पेशाब में जलन, एसिडिटी, प्रसूत रोग, गर्भाशय रोग, अपच, श्वेतप्रदर, आदि रोग नष्ट हो जाते हैं।

सवाल- क्या मैं बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट रोज ले सकता हूं?

जवाब- हाँ, बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट को रोज लिया जा सकता है।

सवाल- बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट सिरप कैसे लेते हैं?

जवाब- बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट को 10-15 मिली. गुनगुने पानी में बराबर मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम खाना खाने के बाद पीना चाहिए। या फिर अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार इसका सेवन करना चाहिए।

सवाल- क्या गर्भवती महिलायें बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट का सेवन कर सकती हैं?

जवाब- गर्भवती महिलाओं को इसे लेने की कोई जरूरत नहीं है, हाँ बच्चे के जन्म के बाद इसका सेवन करना लकभदायक रहेगा। 

सवाल- क्या बैद्यनाथ दशमूलारिष्ट की लत पड़ जाती है?

जवाब- नहीं, इसकी कोई लत नहीं पड़ती है। 


आप लोगों को ये जानकारी कैसी लगी कृपया अपने कमेन्ट हमे जरूर करें । धन्यवाद…

Disclaimer

इस ब्लॉग में लिखी गई बातें सिर्फ जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह की बीमारी होने पर स्वयं इलाज करने के बजाय अपने चिकित्सक से संपर्क करें। Nature K Sath किसी भी तरह की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता।


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